01

Chapter 1

सिया एक आदर्शवादी व सुलझी हुई लड़की है यह हमारी कहानी की हीरोइन है सिया की उम्र 23 साल है जो ए आर इंडस्ट्री में काम करती है सिया के मन को ब्रेन कैंसर है जिसके लिए वह दिन रात मेहनत करती है सिया को और इंडस्ट्री में काम करते हुए पूरे एक महीना हो गया है पर आज तक उसने अपने बॉस को नहीं देखा बस अपने बॉस के बारे में सुना है कि वह है बहुत ही क्रुएल और हार्टलेस आदमी हैं

आज ए आर इंडस्ट्री का मालिक आ रहा है इसलिए कंपनी में बहुत भागुन दौड़ हो रही है सारे एम्पलाई घबराए हुए हैं लड़कियां अपने मेकअप में ध्यान दे रही है लड़के अपना काम करने में लड़कियां अपने बॉस को इंप्रेस करने के लिए मेकअप सेटअप कर रही है क्योंकि उन्होंने सुना है कि उनका बस बहुत ही हैंडसम और बैचलर है

आज आरव लंदन से इंडिया आ रहा है और आते ही पहले अपनी कंपनी में आ रहे हैं उसका इंडिया आने के पीछे आरव ो की दादी है वरना आरव इंडिया में कभी नहीं आता क्योंकि आरव के कुछ ऐसे राज है जिसकी वजह से उसे इंडिया में आना अच्छा नहीं लगता पर आज बात कुछ अलग है क्योंकि आरव की दादी की तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई है जिससे आरव बहुत ज्यादा प्यार करता है चलो अपने हीरो के बारे में थोड़ा सा इंट्रोडक्शन हो जाए

आरव राणा उम्र 26 साल

आरव की दादी सुनीता राणा उम्र 60 साल

अब के परिवार में बस उसकी दादी और उसका एक छोटा भाई है बाकी उसके माता-पिता और दादाजी एक हादसे में गुजर गए थे

आरव का छोटा भाई अनिरुद्ध राणा उम्र 24 साल यह अब ए अपनी मास्टर कर रहा है अनिरूद्ध बहुत ही हंसी मजाक करने वाला वह मस्त मौला रहता है पर जब इन्हें गुस्सा आता है तो यह भी बिल्कुल अपने भाई आरव की तरह ही लगते हैं पूरे कॉलेज की सारी लड़कियों का अनिरुद्ध क्रश है

आरव ऑफिस में आते ही सबसे पहले अपने केबिन में जाता है और अपने असिस्टेंट मनीष को कॉन्फ्रेंस रूम में अर्जेंटली मीटिंग के लिए एम्पलाइज को और जितने भी शेयर होल्डर से उनको कॉन्फ्रेंस रूम में बुलाने के लिए ऑर्डर देता है मनीष आरव का पर्सनल असिस्टेंट उम्र 25 साल मनीष एक अनाथ लड़का है आरव और मनीष दोनों एक ही कॉलेज में पढ़ते थे मनीष स्कॉलरशिप पर कॉलेज में आरव का जूनियर था मनीष पढ़ाई में बहुत ही अच्छा था पर उसकी पर्सनालिटी को देखकर कॉलेज में सभी बच्चे उसका मजाक उड़ाते थे और उसे bully करते थे आरव ने मनीष का साथ दिया और उसकी पर्सनालिटी पूरी तरह से बदल दीे और उसे अपना असिस्टेंट बना लिया तब से लेकर आज तक मनीष आरव का कोई भी कहा नहीं ढालता उसके हर काम में उसका साथ देता है चलो अब स्टोरी पर आते हैं

कॉन्फ्रेंस रूम में सभी शेरहोल्डर्स और डायरेक्टर और मैनेजर और एम्पलाइ ें बैठे थे आरव के आने का वेट कर रहे थे आरव के आते ही पूरे कॉन्फ्रेंस रूम में सन्नाटा हो गया बिल्कुल पीन डॉट साइलेंट वाली शांति हो गई किसी के सांस लेने तक की भी आवाज नहीं आ रही थी क्योंकि उन्हें पता है अगर हमसे कोई गलती होगी तो आज हमारी नौकरी का आखिरी दिन होगा और हमें ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा उसके बाद हमें कहीं पर भी नौकरी नहीं मिलेगी आरव आते ही अपनी चेयर पर बैठ गया और उसने मीटिंग स्टार्ट करने के लिए कहा मीटिंग जैसे-जैसे स्टार्ट हुई थी वैसे-वैसे आरव का गुस्सा बढ़ता जा रहा था आरव ने गुस्से में आकर एक फाइल टेबल पर फैक कर मारी।

Or Cold voice ma kha what the hell is all you

ऐसे गो करेगी हमारी कंपनी ऐसे work करेगी हमारी कंपनी इतनी सारी गलतियां इतनी सारी तुम सबको दो दिन का टाइम दे तो मुझे इन दो दिनों में पूरी की पूरी डिटेल चाहिए कितने एम्पलाई न्यू है कितने हमारा प्रोडक्ट जा रहा है कितनी हमारी सेल हो रही है कितनी सब कुछ एवरीथिंग इस कंपलीटल अंडरस्टैंड सभी डर के मारे यस बोल दिए और आरव वहां से निकल पड़ा अपने घर की तरफ ।एक बड़ी सी मर्सिडीज़ गाड़ी ब्लैक कलर की एक सुंदर से व्हाइट विला के सामने आकर रुकी उसे विला के नेम प्लेट पर लिखा था राणा विला ।

यह विला आरव के दादाजी ने बनवाया था तब से लेकर अब तक इस विला में कुछ भी चेंज नहीं हुआ यह विला देखने में बिल्कुल ताजमहल से भी बहुत सुंदर लग रहा था पूरा व्हाइट विला प्यारा सा गार्डन और वाटर पोल सब जो एक विला में होने चाहिए विला के बाहर तैनात खड़े बॉडीगार्ड्स आरव के आते ही सभी बॉडीगार्ड्स ने अपनी अपना सिर नीचे चुका लिया और एक बॉडीगार्ड नें आकर आरव की कार का दरवाजा खोला और उसे ग्रेट करा पर आरव बिना उसके जवाब दिए सीधा चल दिया जैसे-जैसे आरव अंदर की तरफ जा रहा था वैसे वैसे सभी अपना सर झुका रहे थे

आरव आते ही सबसे पहले अपनी दादी के कमरे में गया और उसे कमरे में पहले से ही डाक्टर मौजूद था जो आरव का दोस्त भी था आरव ने आते ही पूछा मोक्ष दादी कैसी है क्या हुआ दादी को एवरीथिंग अलराइट मोक्ष ने कहा आराम से सांस तो ले

एवरीथिंग इस अलराइट बस दादी का बीपी हाई हो गया था और इस उम्र में ही होता रहता है बस इन्हें ज्यादा स्ट्रेस मत लेना देना दादी अपने पोते को देखकर मेरा आरव ।आरव मेरा बच्चा।आरव अपनी दादी के गले मिला

दादी ने कहा अब तो तू नहीं जाएगा ना वापस अपनी दादी को छोड़कर बेटा पता नहीं मेरी जिंदगी कितने दिन की है मेरी एक आखिरी इच्छा पूरी कर दे ो शादी कर ले मानती हूं तो शादी प्यार मोहब्बत इश्क इन सब नाम से सिर्फ तुझे नफरत है पर बेटा अब मैं अगर जो ऊपर चली ही जाते-जाते शादी तो देख पाओगे ताकि मैं शांति से मार पाऊं कि मुझे इतना सबर रहे कि मेरे आरव के ध्यान रखने के लिए भी कोई है और वह अनिरुद्ध ।अनिरुद्ध अभी भी बच्चे हैं उसे तो कैसे संभालेगा प्लीज बेटा शादी कर ले ।

आरव बिना किसी का जवाब दिए सीधा अपने रूप में चला गया और सीधा अपने रूम में जाकर तोड़फोड़ करने लगा और कहने लगा क्यों क्यों क्यों क्यों सभी शादी शादी शादी करके क्या मुझे शादी नहीं करनी पर दादी आपके लिए में जरूर करूंगा आरव तुरंत अपनी असिस्टेंट को फोन करते हैं और उसे बोलता है की गाड़ी निकालो हमें कहीं जाना है

े आरव रास्ते में ही ा था कि रेड सिग्नल हो गया और उसे एक लड़की देखी जो सड़क पर एक बच्चे के मदद कर रही थी वह बच्चा दिखने में बहुत ही लाचार लग रहा था आरव उस े लड़की को देखते रहे गया लड़की थी ही इतनी खूबसूरत लंबे काले कमर तक आते बाल प्यारी सी नीली आंखें गोल चेहरा छोटी सी नाक पतले गुलाबी हॉट और बिल्कुल दूध जैसा गोरा रंग येलो कलर का अनारकली सूट डाल रखा थाजी हां आप सही समझिए हमारी हीरोइन सिया शर्मा सिया हॉस्पिटल में जा रही थी अपनी मां को देखने रास्ते में उसे बच्चा मिल गया उसे खाना खिलाने लगे वैसे तो सियाा को लेट हो रहा था पर सिया किसी की मदद करें बिना नहीं रह पाती चाहे वह लाख टेंशन में हो

पर वह मदद करती हैं सिया उसे बच्चों की मदद करके पैदल ही अस्पताल की तरफ चल पड़ी

और तभी सिग्नल भी ग्रीन हो गया आराम उसे लड़की को तब तक देखता रहा जब तक वह उसकी आंखों से ओझल नहीं होगई

इधर सिया हॉस्पिटल पहुंचती है तो उसे पता चलता है कि उसकी मां का ऑपरेशन तुरंत होगा ऑपरेशन के लिए 15 lakh रुपए की जरूरत है अब सिया यह सोच रही है कि वह इतने सारे पैसे एक साथ कहां से arrange करूं उसने बैंक में लोन के बारे में सोच पर उसे गिरवी रखने के लिए भी कुछ चाहिए उसने अपनी फ्रेंड नीतू को फोन कर जो उसके बचपन के दोस्त है हमेशा उसका साथ देती है किसी और नीतू दोनों स्कूल और कॉलेज और अब ऑफिस में भी दोनों साथी काम करते हैं नीतू ने कहा यार सिया इतने पैसे तो नहीं हो पाएंगे पर मैं एक ₹200000 दे सकती हूं सिया ने कहा ै चल कोई बात नहीं मैं कहीं और से मैनेज कर लूंगी तूने तो यह पैसे अपनी बहन की शादी के लिए इकट्ठे कर रहे थे कोई बात नहीं मैं एक बार ऑफिस में पता कर सकती हूं अपने ऑफिस जाती है तो उसे वहां जाकर पता चलता है कि आज उसका boss आया है क्योंकि सिया ने एक हफ्ते की छुट्टी ले रखी थी और नीतू ने भी छुट्टी ले रही थी क्योंकि नीतू बीमार है

सिया ऑफिस में जाकर अपने HR से बात करती है तो HR कहता है कि आज boss आए हैं boss से बात करके बतादेगो अभी थोड़ी देर में sir आने वाले हैं सिया ओके सर का के अपने केबिन में चली जाती है

थोड़ी देर में आरव ऑफिस में इंटर करता है और अपनी केबिन में चला जाता है उधर दूसरी तरफ अच आर सिया को बता देते हैं कि सर आ गए हैं तुम जाकर बात कर लो लोन की

तो सीय आरव के केबिन का डोर नाॅक करती है तो अंदर से एक दमदार आवाज आती है कमिंग सिया अंदर जाती है तो गुड मॉर्निंग सर कहती है और इतनी मधुर आवाज सुनकर आरव लैपटॉप से नजर हटाकर सामने देखता है तो उसे वही लड़की दिखती है जो उसे सुबह सड़क पर देखी थी और आरव बस उसे देखता ही रह जाता तो सिय को कोई जवाब नहीं मिलता तो वह दोबारा अब को गुड मॉर्निंग सर रहती है तो आरव अपने ख्यालों से बाहर आता ह

ै तो सिया बोलती है सर मैं इस कंपनी में हर की असिस्टेंट का काम करती हूं सर मुझे लोन चाहिए 15 लाख रुपए का तो आरव ा बोलत हैं ा मैं तुम्हें एक शर्त पर 15 लाख रुपए दूंगा अगर ो ैं तुम मुझसे शादी करोगी सिया यह बात सुनकर गुस्सा हो जाती है और बोल दिया सर मैं शादी नहीं करूंगी बस आप मुझे लोन देदोा

पहले मेरी पूरी बात तो सुनो आपकी बात कुछ भी हो पर मैं शादी नहीं करूंगी आरव कहता है तो आपको कहीं और से भी पैसे े अरेंज नहीं होंगे

सिया सोचने लग जाती है की बात तो सच है तो आप बोलते हैं तुम्हें बस मेरे साथ शादी करनी है वह भी कॉन्ट्रैक्ट पर। और

वह भी सिर्फ दिखावे की शादी होगी जब तक मेरी दादी सही नहीं हो जाती और तुम्हें जो चाहिए वह दूंगा पर हमारी शादी सिर्फ हम ें दोनों को और मेरी दादी को और कुछ मेरे रिलेटिव्स को पता होगी और हमारे बीच कोई पति-पत्नी वाला रिश्ता नहीं होगा बताओ तुम्हें फिर यह डील मंजूर है तो क्या कहती है सर तो आरव कहताे हैं मैं तुम्हें एक दिन देता हूं सोचने के लिए तुम मुझे सोच कर बता सकती हो तो सिया वहां से उदास होकर चले जाती है ।

सिया कई बार जान पहचान वालों को फोन करके मदद के लिए पूछती है पर हर कोई उसे मना करती है एक बार सोचती है की कॉन्ट्रैक्ट शादी ही तो है अभी शादी मां से बढ़कर तो नहीं है इतना सोच के वह आरव के केबिन में नौक करती है आरव को पता था कि वह सिया ही होगी तो आरव कमिंग कहता है तो सिया अंदर आती है और कहती है सर मुझे आपकी डील मंजूर है तो आरव टेडी स्माइल करके कहता है की मैंनेआपको एक दिन का टाइम दिया था आप तो 4 घंटे में ही आ गयी क्या बात पहले ना फिर अब हां तो सिया कहती है सर मेरी मां का ऑपरेशन आज ही होना है

इसीलिए मैंने डील के लिए हां करी है ें तो आरव कहता है गुड डिसीजन तो आरव अपने असिस्टेंट को फोन करता है और कॉन्ट्रैक्ट तैयार करने के लिए कहता है 15 मिनट में मनीष कांट्रेक्ट पेपर लेकर आता है और े केबिन में इंटर करता है और उन पेपर को सिया को दे देता है सिया उन पेपर्स को पड़ती है उसकी सारी ट्रंम एंड कंडीशन पर उसकीआखरी वाली कंडीशन पढ़ कर सिया कहती है सर मुझे सिर्फ ₹15 लाख चाहिए 15 करोड़ नहीं तो आरव कहते हैं मैं जब तुमसे शादी तोड़ दूंगा याे तुम्हें डिवोर्स दे दूंगा तब यह 15 करोड़ तुम्हारे काम आएंगे

तो सिया 15 करोड़ को काटकर सिर्फ 15 लाख रुपए लिख देती है और कॉन्ट्रैक्ट साइन कर देती है आरव कॉन्ट्रैक्ट को पड़ता है तो उसमें करोड़ की जगह लाख देखकर मन में हंसता है फिर वह सिया को एक चेक देते हैं 15 लाख का तो सिया उसे थैंक यू कह कर चलीे जाती है जब से लेकर अब तक सिया की आंखों से आंसू झर जर बह रहे थे और उसके आंसू आरव कोअपने दिल में किसी खंजर की तरह महसूस हो रहे थे

पर आरव इसको अनदेखा कर रहा था क्योंकि आरव को लगता है की सारी लड़कियां दो आंसू बहाकर लड़कों को अपनी झांसे में फंसा लेतीे हैं

आरव मनीष को सिया की सारी इनफार्मेशन निकालने के लिए कहता है तो मनीष ओके सर कहकर चला जाता है पर आरव के आंखों के आगे बार-बार सिया का वह मासूम चेहरा नजरआ रहा था

आरव उठकर अपने केबिन के क्लास विंडो के पास जाकर खड़ा हो जाता है और सोचता है कि मेरे साथ यह क्या हो रहा है क्यों मेरे दिल में इतना दर्द हो रहा है क्यों उसके आंसू मुझे इतना इफेक्ट कर रहे हैं

दूसरी तरफ सिया पैसे लेकर केयर हॉस्पिटल में जाती है और काउंटर पर पैसे जमा ा करवाती है और डॉक्टर उसकी मां का ऑपरेशन शुरू कर देते हैं और कहते हैं अगर आपको थोड़ी और लेट होते ऑपरेशन करने में तो आपकी मां का बचाना बहुत मुश्किल हो जाता सिया को तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा था वह वहां की एक बेंच पर बैठ जाती है और सोचती है कि यह मैंने क्या कर दिया अगर मां को पता चलेगा तो मां कैसे रिएक्ट करेगी थोड़ी देर में सिया की मां का ऑपरेशन हो जाता है उन्हें नॉर्मल वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाता है

तो कैसे निभैगी सिया इस कॉन्ट्रैक्ट से बने रिश्ते को आगे जानने के लिए पढ़ते रहे कॉन्ट्रैक्ट से बांदा रिश्ता

Please like comment and share friends

Har har Mahadev 😊

Write a comment ...

Write a comment ...